माता-पिता ने बच्चे की गलती पर डांटने के बजाय दी सीख, वायरल हुआ वीडियो
Raise Heroes Not Bullies: एक अच्छे माता-पिता अपने बच्चों की गलती को कभी-भी नजरअंदाज नहीं करते हैं। न ही उसे उस गलती के लिए जोर से डांटते या चिल्लाते हैं। बल्कि उसे एक ऐसी सीख देने की कोशिश करते हैं, जिससे वह आगे चलकर एक जेंटलमैन बन सके। इंटरनेट पर वायरल वीडियो में पैरेंट्स ने बच्चे की स्कूल से कंप्लेन आने पर भी ऐसा ही कुछ किया है।
बच्चे को अच्छे संस्कार देना उनके माता-पिता का काम होता है। जितनी कम उम्र में बच्चों को उनकी गलतियों को लेकर सही सीख दे दी जाए, उतना अच्छा होता है। ताकी वह बड़े होने तक एक अच्छे इंसान बन जाएं। सोशल मीडिया पर माता-पिता का अपने बच्चे को उसकी गलती को अहसास कराने का ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे यूजर्स एक अच्छी पैरेंटिंग बता रहे हैं।
कैमरे पर पापा अपने बेटे से पूछते है कि ‘क्या कंप्लेन आई है स्कूल से?’ इसके जवाब में बच्चा बताता है कि उसने किसी लड़की को मारा है। फिर जब पापा पूछते है ‘क्यों मारा?’ तो वह बोलता है कि ‘उसके बोलने पर मारा।’ जब बच्चे के पापा उससे वजह पूछते हैं, तो वह कहता है कि ‘कुछ नहीं किया उसने’, ‘फिर क्या मारा उसे’ के जवाब में बच्चा कहता है कि ‘आराम से मारा।’
इसके बाद बच्चे को उसके पापा समझाते है कि ‘ऐसे किसी को भी नहीं मारते, आपको जो चीज दूसरे की पसंद आती है, आप बताओ हम आपके लिए ला देंगे, दूसरे की क्यों लेना।’ बच्चे के फादर आगे उसे एक बेहद जरूर बात कहते है कि ‘या तो आप हीरो बन लो या विलेन बन लो, तो आप क्या बनना चाहते हो? हीरो या विलेन’, इसके जवाब में बच्चा ‘हीरो’ कहता है।
Instagram पर इस Reel को @adwikpaul ने पोस्ट करते हुए लिखा- क्या आप एक बदमाश बनना चाहते हैं? कोई भी बच्चा बदमाश पैदा नहीं होता – यह उसके द्वारा लिए गए चुनाव और सीखे गए सबक पर निर्भर करता है। दयालुता ताकत है। हिंसा कमजोरी है। हीरो पैदा करो, बदमाश नहीं।
बचपन से अच्छी आदतें सीखने वाले बच्चे ही बड़े होकर जेंटलमैन या जेंटलवुमेन बनती है। जो आगे चलकर समाज का ही भला करते हैं। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों के कुछ ऐसे ही विचार है। एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा- अच्छी पेरेंटिंग! मुझे बहुत खुशी है कि यह आदविक के लिए सिर्फ बॉडी बिल्डिंग नहीं, बल्कि उसके पूरे चरित्र निर्माण का काम है। माता-पिता को शाबाशी!
दूसरे ने कहा कि उसकी मां उसे जीवन का सही सीख दे रही है। तीसरे यूजर ने लिखा कि अच्छे माता-पिता ही अच्छे लीडर्स बनाते हैं। चौथे यूजर ने कहा कि खुशी है कि उसे डांटा या चिल्लाया नहीं गया, बस आत्मचिंतन के जरिए उसे सही-गलत का अंदाजा हो गया। और जब वह बड़ा होगा और उसके माता-पिता आस-पास न भी हों, तब भी उसका चेतन मन उसे बताता रहेगा कि वह अच्छा इंसान बनरहा है या नहीं।